PARTNERSHIP Part - 1
साझेदारी (Partnership) एक व्यापारिक संरचना है जिसमें दो या दो से अधिक व्यक्ति एक साथ मिलकर व्यापार करते हैं और व्यापार के लाभ और हानि को आपस में बाँटते हैं। साझेदारी में सभी साझेदार व्यापार के संचालन, निर्णय-निर्धारण और जिम्मेदारियों में हिस्सा लेते हैं।
साझेदारी के कुछ मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:
1. साझेदारों की संख्या:
- एक साझेदारी में कम से कम दो और अधिकतम 50 साझेदार हो सकते हैं (यह संख्या विभिन्न देशों और उद्योगों में भिन्न हो सकती है)।
2. साझेदारों की भूमिका:
- सभी साझेदार व्यापार के संचालन और प्रबंधन में भाग लेते हैं। यह भूमिका और जिम्मेदारियाँ साझेदारी समझौते में स्पष्ट रूप से निर्दिष्ट होती हैं।
3. लाभ और हानि का विभाजन:
- साझेदारी में व्यापार के लाभ और हानि को साझेदारों के बीच आपसी समझौते के आधार पर बाँटा जाता है। आमतौर पर यह विभाजन साझेदारों के निवेश या योगदान के अनुपात में होता है।
4. साझेदारी समझौता:
- साझेदारी में एक साझेदारी समझौता (Partnership Agreement) होता है जो साझेदारों के अधिकारों, कर्तव्यों और लाभ/हानि के विभाजन के नियमों को निर्दिष्ट करता है। यह समझौता लिखित रूप में होना सबसे अच्छा होता है, ताकि बाद में किसी विवाद की स्थिति में इसका संदर्भ लिया जा सके।
5. सीमित और असीमित देयता:
- सामान्य साझेदारी में साझेदारों की देयता असीमित होती है, अर्थात किसी भी साझेदार के व्यक्तिगत संपत्ति का उपयोग व्यापारिक देनदारियों को चुकाने के लिए किया जा सकता है। सीमित साझेदारी (Limited Partnership) में कुछ साझेदारों की देयता सीमित होती है, और उनकी देयता केवल उनके निवेश तक ही सीमित होती है।
6. प्रबंधन और नियंत्रण:
- साझेदारी में प्रबंधन और नियंत्रण साझेदारों के बीच वितरित होता है, और निर्णय साझेदारों की सहमति से लिए जाते हैं।
साझेदारी का मुख्य लाभ यह है कि यह व्यापारिक जिम्मेदारियों और निर्णयों को साझा करने की अनुमति देता है, जिससे व्यापारिक जोखिम और कार्यभार कम होता है। हालांकि, साझेदारी में स्पष्ट समझौते और अच्छे सहयोग की आवश्यकता होती है, ताकि व्यापारिक विवादों से बचा जा सके।
Question
1.अ, ब तथा स क्रमशः 16000, 18000 तथा 23000 रूपये का निवेश कर एक व्यापार आरंभ करते हैं। 19380 रूपये के लाभ में तीनों का हिस्सा ज्ञात करें।
2.अ, ब तथा स साझे में एक व्यापार आरंभ करते हैं। अ 12000 रूपया 4 महीने के लिए ब 14000 रूपया 8 महीने के लिए तथा स 10000 रूपया 10 महीने के लिए निवेश करता है। 5850 रूपये के लाभ में प्रत्येक का हिस्सा ज्ञात करें।
3.अ, ब तथा स साझे में एक व्यापार आरंभ करते हैं। अ 10000 रूपया 8 महीने के लिए ब 15000 रूपया 9 महीने के लिए तथा स 18000 रूपया 6 महीने के लिए निवेश करता है। 16150 रूपये के लाभ में प्रत्येक का हिस्सा ज्ञात करें।
4.अ 20000 रूपये का निवेश कर एक व्यापार आरंभ करता है। 3 महीने बाद 40000 रूपये के साथ ब व्यापार में शामिल हो जाता है। स 100000 रूपये सिर्फ 2 महीने के लिए निवेश करता है। वर्ष के अंत में 56000 रूपये का लाभ प्राप्त होता है। प्रत्येक का हिस्सा ज्ञात करें।
5.अ 75000 रूपये का निवेश कर एक व्यापार आरंभ करता है। 3 महीने बाद ब 125000 रूपये निवेश के साथ करता है तथा अगले 6 महीने बाद स 150000 रूपये के निवेश के साथ व्यापार में शामिल हो जाता है। 3 वर्ष के अंत में 145000 रूपये का लाभ प्राप्त होता है। प्रत्येक का हिस्सा ज्ञात करें।
6.अ, ब तथा स क्रमशः 40000, 80000 तथा 120000 रूपये निवेश कर एक व्यापार आरंभ करते हैं। प्रथम वर्ष के अंत में ब 40000 रूपया तथा दूसरे वर्ष क अंत में स 80000 रूपये निकाल लेता है। तीन वर्ष के अंत में व्यापार से 112000 रुपया का लाभ प्राप्त होता है।







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